रोशन जनकपुरीक नजरिमे गुरुदेव कामत

रोशन जनकपुरी । विगत पचास वर्ष सँ शास्त्रीय संगीत प्रशिक्षण, कम्पोज आ गायनके माध्यम स नेपाली, मैथिली, भोजपुरी आ हिन्दी गीत संगीत क्षेत्रमे उल्लेखनीय योगदान देनिहार विशिष्ट साधक एवम् वरिष्ठ संगीतकार तथा गायक गुरुदेव कामैत आब नहि रहलाह ।

नेपाल आधुनिक नेपाली संगीतमे हुनकर बहुत रास चेलासब शीर्षपर अछि । कयटा गायक आ संगीतकार सार्वजनिक मंचपर सँ हुनकर नाम लैत हम सुनने छी । मैथिली मे गम्भीर, अर्थपूर्ण आ सन्देशमूलक गीत आ गायन गुरुदेव कामत के विशिष्ट परिचय अछि।

जन्म आ मृत्यु जीवनके स्वाभाविक नियम अइछ। ई गुरुदेव कामतपर सेहो लागू होइत अछि। लेकिन हुनक मृत्यु बहुत रास प्रश्न ठाढ करैत अछि। एकटा कलाकार वा सृजनाकार अपन सृजना स समाजके, देशके मानवीय आ सम्वेदनशील बनबयमे योगदान दैत अछि । तहिना समाज, सरकार आ देशके दायित्व होइछै, जे कलाकारके सेहो संरक्षण भेटै ।

गुरुदेव कामत लम्बा समय स मिर्गौला सम्बन्धी रोग स लडि रहल छलाह । हुनका किछु सहयोगी हाथ सेहो भेटल । लेकिन रोगक उपचारके लेल ई पर्याप्त नइँ छल । अइ दृष्टिकोण स राज्य आ संस्थागत भूमिका नीक नइँ रहल हुनका लेल । अइ विषयमे मुल्यांकन आ विमर्श होइत रहत ।

लेकिन कला हो वा साहित्य वा सृजनाके अन्य विधा, गुरुदेव कामत के मृत्यु राज्य आ समाजके सम्वेदनशीलता पर प्रश्न त ठाढ करिते अछि। गुरुदेव अइ सम्वेदनशील विमर्शके शुरुआती कडी भ’ सकैत छैथ । लेकिन ई बादक विषय अछि ।

अखन, कला आ संगीतके अमर साधक गुरुदेव कामतके हार्दिक श्रद्धाञ्जलि आ शोक सन्तप्त परिवारप्रति हार्दिक समवेदना ।

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